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Water Movie review:वॉटर एक ऐसी फिल्म जो इंडिया में बैन की है । वॉटर मूवी समीक्षा
दीपा मेहता की वाटर(2007)नाम की फिल्म इन्डिया मे बैन की गई है । दीपा मेहता बोल्ड फिल्म बनाने की लिए जाने जाते है । उन्होंने , फायर, और अर्थ जैसी फिल्में बनाई है ये दोनो फिल्म भी बहोत चर्चे में रही थी। फायर फिल्म सम लैंगिक के मुद्दों पर आधारित थी और दूसरी मूवी अर्थ जो भारत- पाक विभाजन पर बनी है । ये वाटर मूवी में फिल्म बालिको के अत्याचार को दिखाती है जैसे पहले जमाने में कभी हुआ करता था । ये वाराणसी के एक आश्रम में विधवा महिलाओं के जीवन पर आधारित है । इस फिल्म के कहानी को लेकर काफी विवाद रहा है। तो आइए सविस्तर जानते है इस मूवी में दोस्तों इस मूवी को 2007 में ऑस्कर लिए बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म की कैटेगरी में nomminate भी किया गया था ।
एक्टर कास्ट - जॉन अब्राहम, सीमा बिस्वास,, लीसा रे, सरला करियावसम मनोरमा
स्क्रीन प्ले - अनुराग कश्यफ
डायरेक्टर - दीपा मेहता
रिलीस - 9सितंबर 2007
कहानी
ये कहानी उस संध्या की हैं जो एक औरत को एक औरत होने की वजह से विरासत में मिलती है। इस फिल्म की कहानी 1938 के ब्रिटिश इन्डिया के बेस पर बनाया गया है । Movie की कहानी 5 कैरेक्टर के आसपास घूमती है ,चुहिया ,शकुंतला,मधुमति , नारायण और कल्याणी । एक छोटी बच्ची 8से 9साल की चुहिया नाम की उसके पिता उसका बाल विवाह एक बुजुर्ग आदमी से करवाते और उसकी मृत्यु के बाद चुहिया विधवा हो जाती है तो उसे एक विधवा आश्रम में भेज दिया जाता है फिल्म में एक और कैरेक्टर है जॉन अब्राहम यानी नारायण नाम का एक ब्राह्मण युवक है जिसकी उम्र 25से 30 साल है। नारायण एक ऐसा युवक है वो महात्मा गांधी जी के विचारों से प्रभावित है । कहानी में सही ट्विस्ट तो तब आता है जब नारायण कल्याणी से पहली बार मिलता है जिसकी उम्र लगभग 25 साल की है । नारायण को कल्याणी से प्यार होता है और कल्याणी भी नारायण को बहोत पसंद करती है । कल्याणी एक विधवा लड़की है उसी आश्रम की और वो नारायण को अपनी सारी सच्चाई बताती है की वो एक प्रॉस्टिट्यूट भी है और उसी से आश्रम का खर्चा चलता है । चुईया आश्रम में सबको बता देती है की कल्याणी नारायण से शादी करेगी । अभी कल्याणी नारायण से शादी करेगी या नहीं ? नारायण कल्याणी का सच जानने के बाद कल्याणी को अपनाता है या नही ? और अंत में चुहिया के साथ क्या क्या होता है की जिससे देखकर इंसानियत भरोसा उठ जाता है ।ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी ।ये पूरी फिल्म इस बारे में बात करती है की बाल विवाह - पुनर्विवाह और विधवा महिलाओ के जिंदगी को और उनकी सामाजिक परिस्थिति को दिखाया गया है ।ये सब देखने बाद हम कही न कही मन में सवाल पैदा करता है जिस देश में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया जाता है जिस देश में महिलाओं को देवी मानकर उनकी पूजा की जाती है । उसी देश में एक वक्त ऐसा भी था jab विधवा महिलाओं को उनको वो हक नही मिलता था जिनकी की वो हकदार होती थी । बाल विवाह कानून को बने हुए भी सैकड़ों साल हुए है पर भारत में आज भी 2024 ना तो बाल विवाह पूरी तरह से बंद हुए है और ना ही इनको रोकने की कोशिशें।
FAQ
1) क्या वॉटर फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है ?
Ans - वॉटर एक मार्मिक और बाहोत ही महत्वपूर्ण फिल्म है जो एक डरावने और सच्ची कहानी को सुंदर चित्रों में दर्शाती है
2) वॉटर फिल्म विवादास्पद क्यों थी ?
Ans- वॉटर एक 1900 के दशक के विधवाओं की कहानियों का बहोट ही गहरा आत्म निरीक्षण है जो बाल विवाह, बहिष्कार,स्त्री द्वेष जैसे विषयों को शामिल किया गया है इसलिए
3)कौन सी बॉलीवुड फिल्म विधवा के बारे में है?
Ans- वॉटर ( 2007) दीपा मेहता द्वारा बनाई गई फिल्म वाराणसी की विधवाओं का मार्मिक फिल्म है । दमनकारी परंपरा और मुक्ति के लिए उनके लचीलेपन को दिखाया गया है ।
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